बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू, नृसिंह मंदिर में हुई गाडूघड़ा पूजा

14 फरवरी को सुबह दस बजे से धार्मिक समारोह शुरू हो जाएगा। इसी दिन तेल कलश यात्रा की भी तिथि तय की जाएगी। चारधाम यात्रा 2024 के लिए बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। आज रविवार को गाडूघड़ा (तेल-कलश) नृसिंह मंदिर जोशीमठ से पूजा अर्चना के बाद योग बदरी पांडुकेश्वर के लिए रवाना हो गया है। पांडुकेश्वर में कुबेर महायज्ञ और श्रीमदभागवत कथा में बतौर मुख्य अतिथि पहु़ंचे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने तेल कलश का स्वागत किया।

बता दें कि बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि नरेंद्र नगर स्थित राजदरबार में बसंत पंचमी(14 फरवरी) को तय होनी है। बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तैयारियां शुरू हो गई हैं।

14 फरवरी को सुबह दस बजे से धार्मिक समारोह शुरू हो जाएगा। इसी दिन तेल कलश यात्रा की भी तिथि तय की जाएगी। सबसे पहले  डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत द्वारा गाडू घड़ा राजमहल को सौंपा जाएगा। इसके बाद राजमहल से तेल कलश में तिलों का तेल पिरोकर  कपाट खुलने से पूर्व बदरीनाथ धाम रवाना होगा। 

इस दिन तय होगी केदारनाथ मंदिर के कपाट खुलने की तिथि

केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि शुक्रवार आठ मार्च शिवरात्रि के अवसर पर पंच केदार गद्दस्थल ओकारेश्वर मंदिर उखीमठ( रूद्रप्रयाग) में विधि-विधान पंचांग गणना पश्चात तय होगी। इसी दिन केदारनाथ भगवान के पंचमुखी भोगमूर्ति के केदारनाथ धाम प्रस्थान का भी कार्यक्रम तय हो जाएगा।

अक्षय तृतीया को खुलेंगे गंगोत्री-यमुनोत्री के कपाट

इस वर्ष अक्षय तृतीया शुक्रवार 10 मई को है। परंपरागत रूप से गंगोत्री एवं यमुनोत्री धाम के कपाट अक्षय तृतीया को खुलते हैं। अप्रैल माह में गंगोत्री मंदिर समिति एवं श्री यमुनोत्री मंदिर समिति गंगोत्री एवं यमुनोत्री धाम के विधिवत कपाट खुलने की तिथि एवं समय का ऐलान करेंगे।