लिव इन में रह रहे प्रेमी ने प्रेमिका को मार डाला, देहरादून के जंगल में ठिकाने लगाया शव

प्रेमी को शक था कि उसकी प्रेमिका का किसी और के साथ संबंध है। इसलिए गुस्से में आकर उसने प्रेमिका की हत्या कर दी। देहरादून में लिव इन में रह रहे एक प्रेमी द्वारा प्रेमिका की हत्या का मामला सामने आया है। प्रेमी ने प्रमिका की पहले तो बेहरमी से हत्या की। उसके बाद शव को एक सूटकेस में बंद कर देहरादून में आशारोड़ी के जंगल में ठिकाने लगा दिया। रविवार को पुलिस ने जंगल से सूटकेस के अंदर से लड़की का सड़ा गला शव बरादम किया है। एसएसपी अजय सिंह ने मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि पुलिस ने आरोपी राशिद(23) पुत्र मुर्सलीन निवासी बागोवाली थाना नई मंडी जिला मुजफ्फरनगर को गिरफ्तार कर लिया।  बता दें कि 29 जनवरी को वादिनी शहरुल पत्नी जहीर हसन निवासी जमालपुर कला, हरिद्वार ने पटेलनगर थाने में शिकायत दर्ज की थी कि उनकी बेटी शहनूर(24) कई दिनों से लापता है। वह देहरादून में ही संस्कृति लोक कॉलोनी आईएसबीटी के पास किराए के कमरे में रहती थी। जिसके बाद से ही पुलिस मामले की खोजबीन में जुटी थी। 

देहरादून में किराए के कमरे में रहते थे दोनों

वहीं, पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह बागोवाली में मोटरसाइकिल रिपेयरिंग का काम करता था। वर्ष 2017-18 में उसकी पहचान मोबाइल फोन के माध्यम से शहनूर से हुई थी। उसके बाद से ही वे लगातार एक दूसरे के संपर्क में थे। सितंबर 2023 में वह शहनूर से मिलने देहरादून आया और उसके बाद संस्कृति लोक कॉलोनी आईएसबीटी के पास एक कमरा किराए पर लेकर दोनों साथ रहने लगे।

विवाद के दौरान गुस्से में शहनूर को मार डाला

शहनूर ने बताया था कि वह ब्यूटी पार्लर में काम करती थी। लेकिन पता पूछने पर हमेशा टाल देती थी। वह हमेशा रात में देरी से और कई बार अगले दिन सुबह कमरे पर आती थी। उसे लगता था कि उसका किसी से संबंध है इसलिए वह देरी से आती है। 27 दिसंबर को भी वह सुबह दो बजे कमरे पर आई तो इस बात को लेकर दोनों में झगड़ा हो गया और आरोपी ने शहनूर को थप्पड़ मार दिया।  जिस पर गुस्से में आकर उसने शहनूर का गला दबाकर उसकी हत्या कर दी।

शहनूर के पैसों से ही खरीदा शव डालने के लिए सूटकेस

घटना के बाद अगले दिन उसने शहनूर की स्कूटी लेकर पटेल नगर लालपुल की तरफ गया, जहां से उसने एटीएम कार्ड से 17 हजार रुपये भी निकाले। उसके बाद लाल रंग का एक बड़ा सूटकेस खरीदा और उके शव को सूटकेस में रखकर जंगल में फेंक दिया। इसके बाद वह पकड़े जाने के डर से शहनूर की स्कूटी लेकर अपने गांव बागोवाली मुजफ्फरनगर चला गया और वहां से अपनी बहन के घर पानीपत चला गया। वहीं, अब 30 मार्च को वह देहरादून कमरे से अपना सामान लेने आया था। जहां वह पकड़ा गया।