वरुण गांधी के नाम पर कयास और अटकलों पर लगा विराम, पीलीभीत सीट से जितिन लड़ेंगे चुनाव

पीलीभीत लोकसभा सीट पिछले चार चुनावों से बीजेपी के कब्जे में है। मौजूदा समय में वरुण गांधी इस सीट से सांसद हैं। वरुण गांधी लंबे समय से पार्टी की नीतियों को लेकर मुखर रहे हैं। भाजपा ने रंगोत्सव से पहले उम्मीदवारों की सूची जारी कर चुनावी रंग को और चटख कर दिया। पार्टी ने पीलीभीत सीट से जितिन प्रसाद को उम्मीदवार घोषित किया है। इसी के साथ वरुण गांधी के नाम को लेकर लग रहे कयास और अटकलों पर विराम लग गया। उनका टिकट काट दिया गया है। 

पीलीभीत लोकसभा सीट पिछले चार चुनावों से बीजेपी के कब्जे में है। मौजूदा समय में वरुण गांधी इस सीट से सांसद हैं। वरुण गांधी लंबे समय से पार्टी की नीतियों को लेकर मुखर रहे हैं। हालांकि कुछ समय पूर्व से उनके बयानों में नरमी आई थी। लेकिन उनके टिकट को लेकर अटकलों का दौर शुरू हो गया था। बीजेपी की पहली सूची जारी होने के बाद कई दावेदारों के नाम भी चर्चा में आए थे। उनमें एक नाम जितिन प्रसाद का भी था। रविवार की रात आई सूची में पार्टी ने जितिन प्रसाद के नाम पर मुहर लगा दी है। इसके साथ ही जिले में चुनावी हलचल तेज हो गई है। 

लोक निर्माण मंत्री ने जिले में कराए हैं काम 
जितिन प्रसाद मौजूदा समय में लोक निर्माण मंत्री हैं। उन्होंने पीलीभीत, लखीमपुर, सीतापुर आदि जिलों में काफी काम कराए हैं। शारदा नदी धनाराघाट पर सेतु निर्माण में भी जितिन की भूमिका महत्वपूर्ण हैं। कुछ करीब डेढ़ माह पूर्व ही सेतु निर्माण को धनराशि स्वीकृत हुई और सर्वे का काम शुरू किया गया है। 

यह है जितिन का राजनीतिक सफर 
जितिन प्रसाद ने 2004 के लोकसभा चुनाव में शाहजहांपुर से जीत हासिल की थी। 2009 के चुनाव में वह धौरहरा सीट से सांसद बने। इस दौरान वह सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय,  पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय केंद्रीय मंत्री रहे। करीब दो वर्ष पहले जितिन ने बीजेपी का दामन थाम लिया और मौजूदा समय में उत्तर प्रदेश सरकार में लोक निर्माण विभाग मंत्री हैं।