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आयुष विभाग के शिविरों में सैकड़ों लाभान्वित – “स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार” अभियान ने बढ़ाई जागरूकता.



उधम सिंह नगर। आयुष विभाग, जनपद उधम सिंह नगर द्वारा पोषण माह एवं राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के अवसर पर 25 और 26 सितंबर को जनपद के विभिन्न स्थलों पर स्वास्थ्य एवं जागरूकता शिविर आयोजित किए गए। इन शिविरों का मुख्य उद्देश्य महिलाओं, किशोरियों एवं गर्भवती महिलाओं में पोषण, मातृ स्वास्थ्य, मासिक धर्म स्वच्छता और आयुर्वेदिक जीवनशैली के प्रति जागरूकता बढ़ाना रहा। इन सभी शिविरों का आयोजन डॉ. आलोक कुमार शुक्ला, जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी, उधम सिंह नगर के नेतृत्व एवं निर्देशन में संपन्न हुआ। उनके मार्गदर्शन में चिकित्सकीय टीमों ने स्वास्थ्य सेवाएँ जनसामान्य तक पहुँचाईं। 25 सितंबर को असेवित क्षेत्र मजरा गुमानी, नंदपुर में शिविर का आयोजन डॉ. अरुण कुमार, चिकित्साधिकारी और डॉ. रविन्द्र, चिकित्साधिकारी द्वारा किया गया। इस शिविर में एनसीडी जांच, किशोरियों हेतु मासिक धर्म स्वच्छता व पोषण संबंधी जानकारी तथा योग सत्र आयोजित किया गया। कुल 147 लाभार्थियों (96 महिला और 51 पुरुष) की स्वास्थ्य जांच की गई, जिसमें हीमोग्लोबिन, शुगर और बी.पी. की जांच शामिल रही।
26 सितंबर को जिला चिकित्सालय, रुद्रपुर में वृद्ध महिलाओं के लिए मर्म चिकित्सा आधारित शिविर का आयोजन हुआ। इसमें डॉ. निवेदिता जोशी, वरिष्ठ चिकित्साधिकारी और डॉ. बिरेन्द्र सिंह रौतेला, चिकित्साधिकारी द्वारा 35 महिलाओं को स्वास्थ्य परामर्श दिया गया। इसी दिन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, चकरपुर (खटीमा) में गर्भवती महिलाओं हेतु एनीमिया, मातृ स्वास्थ्य एवं आयुर्वेदिक गर्भिणी परिचर्या पर विशेष शिविर आयोजित हुआ, जिसमें डॉ. पंकज राय, चिकित्साधिकारी और फार्मेसी अधिकारी श्री मानवेन्द्र प्रकाश की देखरेख में 30 महिलाओं की जांच की गई।
उसी दिन पंचायत घर, बरा में भी गर्भवती महिलाओं हेतु स्वास्थ्य जागरूकता शिविर आयोजित किया गया। इसमें डॉ. ऋचा गंगवार, चिकित्साधिकारी, योग अनुदेशक ज्योति व विजय तथा आशा कार्यकर्ताओं की टीम ने 47 लाभार्थियों (45 महिला और 2 पुरुष) को लाभान्वित किया। आयुष विभाग ने बताया कि इन सभी शिविरों के माध्यम से महिलाओं और किशोरियों को पोषण, योग, मातृ स्वास्थ्य एवं आयुर्वेद की उपयोगिता के बारे में जागरूक किया गया। कुल मिलाकर सैकड़ों लाभार्थी इन कार्यक्रमों से लाभान्वित हुए। विभाग का प्रयास है कि इस प्रकार के जन-जागरूकता शिविर भविष्य में भी निरंतर आयोजित किए जाएं।
“आयुर्वेद हमारे जीवन का अभिन्न अंग है। यदि हम संतुलित आहार, योग, दिनचर्या एवं ऋतुचर्या का पालन करें तो अनेक बीमारियों से बच सकते हैं। मातृ स्वास्थ्य, किशोरियों की पोषण संबंधी देखभाल एवं महिलाओं की स्वास्थ्य जागरूकता समाज की समृद्धि का आधार है। मैं जनपद की जनता से अपील करता हूँ कि वे नियमित रूप से स्वास्थ्य शिविरों का लाभ उठाएँ और आयुर्वेद को अपनी दिनचर्या में अपनाएँ”

  • डॉ. आलोक कुमार शुक्ला
    जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी उधमसिंहनगर