पुलिस ने हिंसा का मास्टरमांइड बताए जा रहे अब्दुल मलिक, उसके बेटे समेत नौ आरोपियों के पोस्टर जारी कर दिए हैं। हल्द्वानी हिंसा के नौ वांछित आरोपियों की पुलिस ने पोस्टर जारी कर दिए हैं, जिसमें हिंसा का मास्टरमांइड बताए जा रहे अब्दुल मलिक, उसका बेटा समेत नौ आरोपी शामिल हैं। अब्दुल मलिक पर आरोप हैं कि उसने ही बनभूलपुरा में बवाल कराया और उसके लोगों ने हल्द्वानी में पथराव और आगजनी की। साथ ही लोगों को थाना जलाने के लिए उकसाया। पुलिस सूत्रों के अनुसार मलिक पर आरोप है कि उसने बरेली से उपद्रवियों को बनभूलपुरा भेजा। पुलिस इन साक्ष्यों की तलाश कर रही है। अब्दुल मलिक की कॉल डिटेल खंगाली जा रही है। पुलिस ने आरोपी का नंबर सर्विलांस पर लगाया है। बता दें कि, पुलिस ने हल्द्वानी हिंसा मामले में घर-घर तलाशी के दौरान कई लोगों को हिरासत में लिया है। इससे पहले पुलिस इनके पास से सैंकड़ों बरामद कर चुकी है। जिनमें से करीब 99 कारतूस बनभूलपुरा थाने से चुराए गए थे।
उपद्रव का मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक की गिरफ्तारी पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है। पुलिस टीमों ने दिल्ली और बरेली में डेरा डाल रखा है। मोबाइल बंद होने के कारण पुलिस को उसकी लोकेशन नहीं मिल रही है। सर्विलांस टीम उसकी लोकेशन लगातार ट्रेस कर रही है।
बता दें कि, इन फरार आरोपियों में राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के नाम भी सामने आ रहे है। पुलिस अब तक करीब 50 उपद्रवियों को हिरासत में ले चुकी है, इनके पास से हथियार और कारतूस भी बरामद हुए हैं।
हल्द्वानी हिंसा के मुख्य आरोपी अब्दुल मलिक और उसके बेटे अब्दुल मोईद के खिलाफ लुक आउट नोटिस भी जारी किया गया है।
आठ फरवरी को शहर में एक अवैध मदरसे को ध्वस्त करने के बाद हुई पथराव और आगजनी की घटना में छह लोगों की मौत हुई है। इसके साथ ही 300 से अधिक पुलिसकर्मी और नगर निगमकर्मी घायल हुए हैं।
उपद्रव के दौरान बनभूलपुरा थाना फूंक दिया गया था। अब इस थाने की मरम्मत का काम किया जा रहा है। यहां रंगाई, पुताई के साथ ही बिजली लाइनों को ठीक करने में मजदूर जुटे थे। थाने के पास ही कई महिला, पुरुष अपने कागजात लेकर कर्फ्यू में आनेजाने की अनुमति लेने के लिए पहुंचे। वहीं, कर्फ्यू के चलते हल्द्वानी रेलवे स्टेशन पर सवारी वाहन न होने के कारण यात्री पैदल ही चलते हुए रोडवेज की आते हुए मिले। यहां पर चेकपोस्ट पर पुलिस भी उनके टिकट आदि को चेक कर रही थी।
बनभूलपुरा हिंसा के मुख्य आरोपी अब्दुल मलिक की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है। मगर उपद्रव को एक सप्ताह बीत चुका है, लेकिन अब्दुल मलिक गायब है। नैनीताल पुलिस न तो मलिक का पता ही लगा की सकी है और न ही उसके ठिकानों के बारे में कोई जानकारी है। बनभूलुपरा में स्थित मलिक का बगीचा, जहां बने अवैध अतिक्रमण के कारण पूरा हल्द्वानी अशांत हो गया। इस मामले में पुलिस ने अब्दुल मलिक और उसके बेटे अब्दुल मोईद को मुख्य आरोपी माना है, जिनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज है। बनभूलपुरा हिंसा के बाद से ही पुलिस अब्दुल मलिक की खोज में लगी है।
शमीम बानो
संपादक – सच्चाई की किरण (पाक्षिक समाचार पत्र)
पता – काशीपुर