दूसरा दिन…केदारनाथ में चरम पर श्रद्धालुओं का उत्साह, यमुनोत्री में ऐसा हाल…तस्वीरें

चारधाम यात्रा का आज दूसरा दिन है और केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं का उत्साह चरम पर है, वहीं दूसरी तरफ यमुनोत्री पैदल मार्ग पर पांव रखने की जगह नहीं मिल रही है। भारी भीड़ के चलते श्रद्धालु बड़कोट से जानकीचट्टी तक जगह-जगह फंसे रहे। यहां वाहनों की लंबी कतार सुबह से लगी रही। पैदल मार्ग पर ही जाम के कारण फंसे होने से लोगों को मंदिर तक पहुंचने में भारी परेशान उठानी पड़ रही है।

केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा का आगाज हो गया। शुक्रवार को हजारों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं के जयकारों के बीच तीनों धाम के कपाट विधि विधान के साथ खोले गए। पहले दिन करीब 45 हजार श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।

केदारनाथ धाम में 30 हजार श्रद्धालुओं ने दर्शन कर नया रिकॉर्ड बनाया है। केदारनाथ धाम पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से देशवासियों की सुख समृद्धि के लिए पूजा अर्चना की। चारधाम यात्रा शुरू होने के साथ ही पंजीकरण का आंकड़ा 23 लाख के पार हो गया है। केदारनाथ धाम के लिए आठ लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया है। पर्यटन विभाग की ओर से जारी जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार शाम चार बजे तक चारधाम यात्रा के लिए 23 लाख 57 हजार 393 पंजीकरण हुए थे। इनमें केदारनाथ के लिए सर्वाधिक आठ लाख सात हजार 90, बदरीनाथ धाम के लिए सात लाख 10 हजार 192, यमुनोत्री के लिए तीन लाख 68 हजार 302 और गंगोत्री के लिए चार लाख 21 हजार 205 पंजीकरण शामिल हैं।

वहीं, हेमकुंड साहिब के लिए भी इस बार अभी तक 50 हजार 604 पंजीकरण हो चुके हैं। पंजीकरण का सिलसिला जारी है।
केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही पंजीकरण को लेकर मारामारी मची है। पंचकेदार में प्रमुख केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही यात्रा में नया अध्याय भी जुड़ गया है शुक्रवार को कपाटोद्घाटन पर धाम में 29030 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किए। इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि कपाटोद्घाटन के मौके पर इनती बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। श्रीबदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के कार्यधिकारी  रमेश चंद्र तिवारी ने कहा कि इस उपलब्धि से यात्रा में नया अध्याय जुड़ा है। पहले दिन जिस तरह से श्रद्धालुओं से का उत्साह देखने को मिला है, उससे उम्मीद है कि आने वाले दिनों में श्रद्धालुओं की संख्या और भी अधिक हो सकती है।